" क्या चाहते है हम ..? "
दो पल की ख़ुशी, ये दो पल का गम
आने वाले पलो की आहट से
न जाने इतना क्यों घबराते है हम ?
विचारो के समुन्दर में डूबे रहते
मन की गलियों में क्या खोजते है हम ?
जीवन की पहेली को सुलझाते रहते
आखिर क्या जानना चाहते है हम ?
ओढे गमो की चादर रहते
फिर खुशियों को क्यों तलाशते है हम ?
खुद की गलतियों को छुपाते रहते
दूसरों की कमियों को क्यों तलाशते है हम ?
खुद से तो प्यार करते नहीं
फिर दूसरों पर इतना क्यों मरते है हम ?
इश्वर की भक्ति तो कभी करते नहीं
फिर उनसे इतना क्यों डरते है हम ?
जिन्दगी की परवाह तो करते नहीं
फिर साला मौत से इतना क्यों घबराते है हम ?
मिलना तो इस मिटटी में ही है
फिर जिन्दगी भर इस मिटटी से क्यों भागते है हम ?
''कभी समय मिले तो पूछना खुद से
आखिर खुद से क्या चाहते है हम ?''
Birth will ask a question and perhaps death would answer that......!!!!
@shubhendu chaudhary
nice 1
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