हवाओ से इश्क लड़ाओ तुम,
बारिशो में नहाओ तुम,
इन बादलों में कहीं खो जाओ तुम,
अपनी आजादी का खुलकर जश्न मनाओ तुम,
पंछी बन जायो तुम ।
दिल के अरमानो को यू ना छुपाओ तुम,
जिद के परदे जो आंखो से ढके उन्हें गिराओ तुम,
जाने किस पल मिल जाये खुशी बस बस खुशी का इंतजार करते जाओ तुम,
उम्मीदो के पंख लगाओ तुम,
पंछी बन जाओ तुम ।
खुशी के गीत गाओ तुम,
अपनी हर हद पार कर जाओ तुम,
अपने पंखो का दायरा फैलाओ तुम,
बस उड़ते जाओ तुम,
पंछी बन जाओ तुम ।
जो मुश्किलों को तुम्हें है पार करना,
पंछी जैसी तुम उड़ान भरना,
जो इस जिन्दगी के गहरे समुंदर से हो तरना,
पंछी जैसी तुम उड़ान भरना,
पंछी बन जाओ तुम ।
बस उड़ते जाओ तुम,
पंछी बन जाओ तुम ।
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