वो नहीं है इसका गम न हो

वो थी ये वजह शुक्रगुज़ार होने को क्या कम है ?

दुनिया से पर्दा रोशनियों का बुझना तो नहीं

क्योंकि चिराग तो यूँ बुझाया गया है

कि सुबह होने को है।

~ रविंद्रनाथ टैगोर

Friday, 2 August 2013

सुट्टा....मेरी जान..!!

सुट्टा मेरी जान,
मेरी एक बात मान,
ना होना जुदा मुझसे कभी,
ना होना खफा मुझसे कभी। 

तू हर गम भुला देता है,
तू हर फ़िक्र धुएं में उड़ा देता है,
तूने ही हर दर्द से मुझे उबारा
हर वक़्त तू ही था मेरा इकलौता सहारा।। 

जब exams पास आयें,
तब मुझे तेरा साथ चाहिए,
जब किसी लड़की की याद आयें, 
 तब मुझे तेरा साथ चाहिए।।

जब प्रोफेसर YB की धमकी दे,
तब मुझे तेरा साथ चाहिए,
जब माँ बाप घर से निकालने की धमकी दे,
तब मुझे तेरा साथ चाहिए।

सुट्टा मेरी जान,
मेरी एक बात मान,
ना होना जुदा मुझसे कभी,
ना होना खफा मुझसे कभी। 

सुट्टे की आड़ में,लड़की की जुगाड़ में,
कट रही थी जिन्दगी मेरी,
दर्द की नाव में ,सुट्टे की छाव में,
बस गुजर सी रही थी जिन्दगी मेरी। 

एक दिन आकर सुट्टा मुझसे बोला ,
तू हो गया जुदा मुझसे,
तू हो गया खफा मुझसे,
न जाने कहाँ चला गया,
 धुएँ में मुझे उडाता था,आज खुद धुएँ में उड़ गया।। 

साला सुट्टा मेरी जान ..…!!!

#smoking kills
#don't smoke it's not a joke..!!

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